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प्रयास आखिरी सांस तक करना चाहिए, या तो लक्ष्य हासिल होगा या अनुभव दोनों ही बातें अच्छी है.

November 28, 2012

इंश्योरेंस कॅरियर का ब्राइट सेक्टर



इंश्योरेंस कॅरियर का ब्राइट सेक्टर........



 वैश्वीकरण के इस दौर में सूचना प्रौद्योगिकी ने व्यक्ति की सोच का दायरा ही नहीं बढाया बल्कि जिम्मेदारियों का अहसास कराया है। यही कारण है कि लोग भविष्य को लेकर प्लानिंग करने लगे हैं। इसी कारण इंश्योरेंस सेक्टर में कॅरियर की उज्ज्वल संभावनाएं बढी हैं। शहरों के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में भी इंश्योरेंस के प्रति बढी जागरुकता ने कॅरियर को हॉट बना दिया हैं। अब तो हाई प्रोफाइल लोग भी इससे जुडने लगे हैं।

व्हाई टू स्टडी इंश्योरेंस
कॅरियर की दृष्टि से इंश्योरेंस सेक्टर को सुरक्षित माना जा सकता है। यदि आप इंश्योरेंस से रिलेटेड कोर्स करने का प्लान कर रहे हैं तो विशेषज्ञ मानते हैं कि यह निर्णय आपके हित में हो सकता है, क्योंकि नई-नई कंपनियों के इंश्योरेंस के क्षेत्र में कदम रखने से इसमें भविष्य में संभावनाएं दिख रही हैं। यदि आपकी कम्यूनिकेशन स्किल्स बढिया है तो इंश्योरेंस सेक्टर में स्कोप की कमी नहीं है। असिस्टेंट एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफीसर से लेकर एजेंट के रूप में कॅरियर को ऊंचाइयां दे सकते हैं। भारत में इंश्योरेंस सेक्टर का भविष्य विशेषज्ञ इसलिए भी अच्छा मानते हैं कि यहां आज भी बडी संख्या में लोगों का इंश्योरेंस नहीं है। अन्य देशों की तुलना में यहां इंश्योरेंस के प्रति लोग कम जागरुक हैं, जिन्हें जागरुक करने का कार्य बीमा कंपनियां कर रही हैं और उन्हें सफलता भी मिल रही है। इससे इसमें ब्राइट कॅरियर के चांसेज बढे हैं।

जरूरी स्किल्स
-जिज्ञासु प्रवृत्ति
-अच्छी कम्युनिकेशन पॉवर
-ऑब्जर्वेशन क्षमता
-लक्ष्य के प्रति समर्पण
-लम्बे समय तक कार्य करने की क्षमता
-टीम के प्रति समर्पण

एजुकेशनल क्वालिफिकेशन
10+2 उत्तीर्ण हैं तो इंश्योरेंस सेक्टर में कॅरियर के ब्राइट ऑप्शन हो सकते हैं। आप बीए-इंश्योरेंस में एडमिशन ले सकते हैं या फिर एजेंट के रूप में कॅरियर शुरू का सकते हैं। साइंस सब्जेक्ट से बारहवीं उत्तीर्ण हैं तो बीएससी एक्चुरियल साइंस की पढाई कर भविष्य को गति दे सकते हैं। इंश्योरेंस मैनेजमेंट में डिप्लोमा करने के लिए स्नातक होना जरूरी है। इसमें सर्टिफिकेट से लेकर मास्टर डिग्री कोर्स तक उपलब्ध हैं। 
 
पद और कार्य
इंश्योरेंस सेक्टर में एंजेंट के रूप में कॅरियर की शुरुआत कर सकते हैं। इंश्योरेंस एजेंट के रूप में चयन होने के बाद संबंधित इंश्योरेंस कम्पनी सौ घंटे की ट्रेनिंग देती है। ट्रेनिंग पूरा होने के बाद इंश्योरेंस रेगुलेटरी डेवलपमेंट अथॉरिटी (इरडा) द्वारा आयोजित ऑनलाइन एग्जॉम उत्तीर्ण करना होता है। परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले कैंडिडेट्स संबंधित कम्पनी में एजेंट के रूप में कार्य करना शुरू कर देते हैं। इसके अलावा कुछ संस्थान संबंधित कोर्स कराते हैं। इंश्योरेंस क म्पनी में एजेंट के अलावा डेवलपमेंट ऑफीसर, सर्वेयर, मार्केटिंग मैनेजर आदि के रूप में कार्य शुरू कर सकते हैं। एक्चुअरी प्रोफेशनल्स निधन, बीमारी, दुर्घटना तथा विकलांगता आदि की स्थिति में जोखिम का आकलन करते हैं और तय करते हैं कि बीमित व्यक्ति को कितनी धनराशि प्रदान की जानी चाहिए। एक्चुअरी के रूप में कार्य करने वाले प्रोफेशनल्स की मैथमैटिक्स एवं स्टैटिस्टिक्स पर अच्छी पकड होनी चाहिए।

सैलरी पैकेज
इंश्योरेंस सेक्टर में शुरुआती दौर में 15 से 20 हजार रुपए सेल्स मैनेजर के रूप में अर्जित कर सकते हैं। इस फील्ड में अच्छाई है कि इसमें कई तरह के अलाउंस मिलते हैं। अनुभव बढने के साथ प्रति माह 30 से 50 हजार रुपए सैलरी रूप में अर्जित की जा सकती है। 
 
प्रमुख संस्थान
-यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली, दिल्ली
-बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
-अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ
-बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
-कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, कुरुक्षेत्र
-आईआईटी, मुम्बई


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